कोलकाता : देशभर में धीरे-धीरे शिक्षण संस्थान फिर से खोलने की केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा इजाजत देने के बावजूद पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों को खोलने को लेकर अनिश्चितता है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले कहा था कि उनकी सरकार 15 नवंबर को काली पूजा के बाद शिक्षण संस्थान खोलने पर निर्णय करेगी और यह भी उस वक्त की कोविड-19 की स्थिति पर निर्भर करेगा।
शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने पहले कहा था कि महामारी की स्थिति में सुधार होने तक स्कूल फिर से नहीं खोले जा सकते हैं। सरकार की प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा है। पश्चिम बंगाल उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद की प्रमुख महुआ दास ने कहा कि स्कूल खोलने को लेकर कोई निर्णय सरकार ही लेगी और स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से संस्थान को कोई संदेश नहीं मिला।
दास ने कहा, ” हमें अबतक विभाग से कोई संदेश नहीं मिला है और परिषद ने कोई तैयारी नहीं की है। ” पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी भी चीज को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। शिक्षा विभाग ने न कोई दिशा-निर्देश जारी किए हैं और न ही कोई मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।