मैसूर। कर्नाटक में लिंगायत मठ के प्रमुख संत शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ दो और नाबालिग पीड़ितों ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। संत फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के निर्देश के बाद मैसूर शहर के नजरबाद थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। 12 और 14 वर्ष की आयु की पीड़ितों ने गुरुवार को मैसूर में सीडब्ल्यूसी से संपर्क किया था और संत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
गिरफ्तार संत वर्तमान में 21 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में है। लड़कियां चित्रदुर्ग मठ द्वारा संचालित अक्कमहादेवी छात्रावास में रह रही थीं। उन्होंने ओदानदी एनजीओ से संपर्क किया था और बाद में मामला सीडब्ल्यूसी के सामने लाया गया था। ओडानाडी एनजीओ मैसूर ने पहले यौन उत्पीड़न के दो नाबालिग पीड़ितों द्वारा आरोपी संत के खिलाफ मामला दर्ज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
स्थानीय अदालत ने आरोपी की जमानत याचिका को पांच बार खारिज कर दिया था और जेल में उसके साथ कोई विशेष व्यवहार करने से भी इनकार कर दिया था। गिरफ्तार आरोपी पर दो दशक से अधिक समय से मठ द्वारा संचालित छात्रावासों में पढ़ रही नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण करने का आरोप है।