नई दिल्ली : ट्विटर इंडिया की पब्लिक पॉलिसी हेड महिमा कौल ने इस्तीफा दे दिया है। महिमा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया फर्म के सीनियर एग्जीक्यूटिव ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की पुष्टि की. कौल ने साल 2015 में ट्विटर को ज्वॉइन किया था। कौल का कहना है कि खुद को थोड़ा समय देने के लिए उन्होंने ये ब्रेक लिया है। कौल का इस्तीफा माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट के लिए ऐसे विवादास्पद समय पर आया है जब आईटी मंत्रालय द्वारा “किसानों के नरसंहार” से संबंधित ट्वीट्स को नहीं हटाने के लेकर फटकार लगाई गई थी। ट्विटर ने उनके द्वारा खाली हो रही जगह को भरने के लिए उम्मीदवार को तलाश करने की प्रक्रिय शुरू कर दी गई है, कंपनी ने इसके लिए एप्लीकेशन मांगी हैं। कंपनी के मुताबिक महिमा मार्च के अंत तक इस पद पर काम करती रहेंगी जब तक योग्य उम्मीदवार की तलाश पूरी नहीं हो जाती और वो उसे जिम्मेदारी पूरी तरह तक सौंप नहीं लेती।
सरकार ने लगाई थी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फटकार : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लगातार सवालों के घेरे में बना हुआ, पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से हेट स्पीच जैसे मुद्दों पर ट्विटर को कई सवालों के जवाब देने पड़े थेे। वहीं हाल ही में भारत सरकार ने ट्विटर को किसान आंदोलन पर फर्जी और भड़काउ ट्वीट को न हटाने पर निशाने पर लिया था. सरकार ने ट्विटर को गलत ट्वीट करने वाले करीब 250 अकाउंट को ब्लॉक न करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। ट्विटर के वैश्विक नीति प्रमुख मोनिक मेहे ने एक बयान में कहा कि, नौकरी की सूची को ट्विटर की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया गया हैै ।”इस साल की शुरुआत में, महिमा कौल ने भारत और दक्षिण एशिया के लिए ट्विटर पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर के रूप में अपनी भूमिका से हटने का फैसला किया, ताकि वह एक अच्छा ब्रेक ले सकें।ट्विटर पर हम सभी के लिए यह एक नुकसान है, लेकिन भूमिका में पांच साल से अधिक समय के बाद, हम उनके व्यक्तिगत जीवन में सबसे महत्वपूर्ण लोगों और रिश्तों पर ध्यान केंद्रित करने की उसकी इच्छा का सम्मान करते हैैंैैं। महिमा मार्च के अंत तक अपनी भूमिका में बनी रहेंगी।