कोलम्बो। एक्स-प्रेस पर्ल कंटेनर जहाज के जलने के बाद हाल के हफ्तों में श्रीलंका के समुद्र तटों पर कुल 118 कछुए, 17 डॉल्फिन और चार व्हेल मृत पाए गए हैं। वन्यजीव संरक्षण विभाग ने इसकी जानकारी दी है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विभाग ने शुक्रवार को दिए अपने एक बयान में कहा कि मृत समुद्री प्रजातियों पर किए गए प्रारंभिक पोस्टमार्टम से पता चला है कि मौत का संभावित कारण जहाज के जलने से समुद्र में रसायनों का रिसाव है।
वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम के अनुसार, समुद्री प्रजातियों की मौत प्राकृतिक नहीं थी, बल्कि उन्हें सांस लेने में आई दिक्कत के सबूत स्पष्ट तौर पर मिले हैं। वन्यजीव और वन संरक्षण मंत्री सीबी रत्नायके ने कहा कि समुद्री प्रजातियों की मौत की आगे की जांच की जा रही है, जबकि वन्यजीव संरक्षण विभाग ने कहा कि सरकारी विश्लेषक द्वारा की गई जांच के बाद जल्द ही अदालत में अंतिम रिपोर्ट पेश की जाएगी।
स्थानीय समाचार पत्र सीलोन टुडे ने मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा कुल 118 कछुओं, 17 डॉल्फिन और चार व्हेल की मौत की सूचना मिली है और इनकी त्वचा पर कुछ जलने के भी निशान मिले हैं। इससे साफ है कि इनकी मौत प्राकृतिक कारणों से नहीं हुई है।
सिंगापुर के झंडे वाले एक्सप्रेस पर्ल जहाज 15 मई को भारत के हजीरा बंदरगाह से 25 टन नाइट्रिक एसिड और कई अन्य रसायनों और सौंदर्य प्रसाधनों के साथ 1,486 कंटेनर ले जा रहा था। श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में 20 मई को इस मालवाहक जहाज में आग लगने की सूचना मिली थी।
समुद्री पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण ने कहा कि जहाज के जलने से बड़े पैमाने पर पर्यावरणीय आपदा आई है क्योंकि पश्चिमी तट के साथ दक्षिणी तट के समुद्र तट भी मलबे के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। आग लगने के सही कारणों का पता लगाने के लिए आपराधिक जांच की जा रही है।