खड़गपुर। पान के गुच्छे में 50 से अधिक पान न देने, रंगदारी वसूली रोकने, निर्धारित दिनों से अधिक पान न खरीदने की मांग को लेकर अखिल बंगाल पान किसान समन्वय समिति द्वारा बार-बार जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की जा चुकी है। इस क्रम में आज बुधवार को पूर्व मेदिनीपुर के जिलाधिकारी पूर्णेन्दु माझी अपर जिलाधिकारी (विकास) दिव्या मार्गेशन, बागवानी और विनियमित विपणन विभाग, व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों और समन्वय संघ के प्रतिनिधियों के साथ एक त्रिपक्षीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने किसानों की मांगों पर सहमति जताते हुए उपस्थित अन्य अधिकारियों से मामले की सच्चाई जानने को कहा।
यदि वे कहते हैं कि मामला सही है, तो तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है। व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने शिकायत की कि अन्य जिलों के किसान इसलिए परेशान हैं क्योंकि वे गुच्छों के लिए अधिक भुगतान कर रहे हैं। हालांकि, किसानों के प्रतिनिधियों ने विरोध किया कि मालिकों के सभी बयान सही नहीं थे। पिछले जिलाधिकारी ने विनियमित विपणन समिति के अधिकारियों को 7 से 10 दिनों के भीतर बाजार अध्ययन करने का आदेश दिया था। किसानों को सही कीमत मिल रही है, क्या सौदेबाजी की जा रही है और क्या उन्हें कीमत मिल रही है, इसकी सटीक जानकारी जुटाई जा सके।
वह तदनुसार आगे की कार्रवाई करेंगे और नवान्न से दक्षिण 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिलों के प्रशासन के साथ राज्य में इस तरह की त्रिपक्षीय बैठक के माध्यम से समस्या का शीघ्र समाधान करने का अनुरोध करेंगे। समिति के जिलाध्यक्ष विवेकानंद राय ने कहा कि आज की बैठक एक लंबे आंदोलन का परिणाम है। हमें उम्मीद है कि जिलाधिकारी जल्द ही मामले का समाधान करेंगे। किसानों से अपील है पान को कृषि उत्पाद के रूप में मान्यता, उचित मूल्य आश्वासन और अन्य मांगों को आंदोलन के माध्यम से हासिल किया जा सकता है। उन्होंने सभी से आंदोलन में आगे आने की अपील की।