तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। तृणमूल कांग्रेस का नवजागरण कार्यक्रम भारत के लोगों को फिर से समझाएगा “बंगाल थिंक्स टुडे इंडिया थिंक टुमॉरो”। यह संदेश पश्चिम मेदिनीपुर के जिला नेतृत्व द्वारा दिया गया है। मेदिनीपुर के संगठनात्मक जिला अध्यक्ष सुजॉय हाजरा ने कहा, अगले दो महीनों में हमारे अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय साढ़े तीन हजार किलोमीटर की सड़क यात्रा करेंगे, साथ ही वे 250 से अधिक जनसभाएं करेंगे और इन दो महीनों में वे जमीनी स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। यही नहीं ‘तृणमूले नव-ज्वार’ कार्यक्रम के जरिए अगले पंचायत चुनाव के लिए स्वच्छ छवि वाले प्रत्याशी का चयन करेंगे। उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि, आजादी के बाद से भारत में ऐसा राजनीतिक कार्यक्रम देखने को नहीं मिला है। हर राजनीतिक दल बदलाव और बदलाव की बात करता है लेकिन कोई भी राजनीतिक दल सामाजिक बदलाव के जरिए जमीनी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने वाले उम्मीदवारों को नहीं चुनता।
यह कार्यक्रम भारत के राजनीतिक इतिहास में क्रांति लाने जा रहा है। एक कहावत है, “व्हाट बंगाल थिंक्स टुडे इंडिया थिंक्स टुमॉरो” मुझे यकीन है कि हमारे महासचिव की इस पहल को भारत के अन्य राजनीतिक दलों द्वारा अपनाया जाएगा। मैं यह भी आशा करता हूं कि बंगाल की जनता की प्रार्थना और आशीर्वाद इस कार्यक्रम को सफल बनाएगा। “मेदिनीपुर की विधायक जून माल्या ने कहा, अगले मंगलवार यानी 25 अप्रैल से अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में तृणमूल नव ज्वार जनसंयोग यात्रा शुरू होगी। यह यात्रा कूचबिहार से शुरू होगी और पूरे राज्य में 2 महीने तक चलेगी। बंगाल की जनता पंचायत में अपना प्रतिनिधि चुनेगी।
नारायणगढ़ के विधायक सूर्यकांत आट्य ने कहा, अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल में नए ज्वार के लिए प्रचार शुरू कर दिया है। अगले 2 महीने तक पश्चिम बंगाल के हर जिले और ब्लॉक का दौरा करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करेंगें और गांव के लोगों से बात करेंंगे। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए आम जनता के साथ खड़े होने वाले प्रत्याशी का चयन हमेशा किया जाएगा।
विधायक आट्य ने कहा कि मुझे लगता है कि पूरे भारत में किसी भी राजनीतिक दल ने ऐसा ऐतिहासिक और साहसिक फैसला नहीं लिया है जो तृणमूल कांग्रेस लेने जा रही है। पश्चिम बंगाल को उसके विकास के लिए पूरी दुनिया ने पहचाना है। जहां कभी पूरे बंगाल में पक्षपात की शिकायतें होती थीं, वहीं आज पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक तरीके से सबके विकास का काम हो रहा है। दुआरे सरकार के माध्यम से अब तक 8 करोड़ लोगों को परियोजना का लाभ दिया जा चुका है। मुझे लगता है कि जमीनी स्तर से आम आदमी के लिए काम करने की खुशी बेमिसाल है।