पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री, वाराणसी : संतान प्राप्ति के लिए गुरुवार को निम्न उपाय करने पर ईश्वर के आशीर्वाद से माताओं, बहनों को अवश्य संतान की प्राप्ति होगी।
1. दंपति को गुरुवार का व्रत रखना चाहिए।
2. गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करें, पीली वस्तुओं का दान करें यथासंभव पीला भोजन ही करें।
3. माता बनने की इच्छुक महिला को चाहिए गुरुवार के दिन गेंहू के आटे की 2 मोटी लोई बनाकर उसमें भीगी चने की दाल और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर नियम पूर्वक गाय को खिलाएं।
4. शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा में बरगद के पत्ते को धोकर साफ करके उस पर कुमकुम से स्वस्तिक बनाकर उस पर थोड़े से चावल और एक सुपारी रखकर सूर्यास्त से पहले किसी मंदिर में अर्पित कर दें और प्रभु से संतान का वरदान देने के लिए प्रार्थना करें निश्चय ही संतान की प्राप्ति होगी ये प्रयोग पूर्णिमा का ब्रत करते हुये करना है।
5. गुरुवार के दिन पीले धागे में पीली कौड़ी को कमर में बांधने से संतान प्राप्ति का प्रबल योग बनता है।
6. माता बनने की इच्छुक महिला को पारद शिवलिंग का रोजाना दूध से और अभिषेक करें उत्तम संतान की प्राप्ति होगी।
7. हर गुरुवार को भिखारियों को गुड़ का दान देने से भी संतान सुख प्राप्त होता है।
8. पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में आम की जड़ को लाकर उसे दूध में घिसकर स्त्री को पिलाएं यह सिद्ध एंवम परीक्षित प्रयोग है।
9. रविवार को छोड़कर अन्य सभी दिन निसंतान स्त्री यदि पीपल पर दीपक जलाए और उसकी परिक्रमा करते हुए संतान की प्रार्थना करें उसकी इच्छा अति शीघ्र पूरी होगी।
10. श्वेत लक्ष्मणा बूटी की 21 गोली बनाकर उसे नियमपूर्वक गाय के दूध के साथ लेने से संतान सुख की अवश्य ही प्राप्ति होती है।
11. उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में नीम की जड़ लाकर सदैव अपने पास रखने से निसंतान दम्पति को संतान सुख अवश्य प्राप्त होता है।
12. नींबू की जड़ को दूध में पीसकर उसमे शुद्ध देशी घी मिला कर सेवन करने से संतान प्राप्ति की संभावना बड़ जाती है।
13. पहली बार ब्याही गाय के दूध के साथ नागकेसर के चूर्ण का लगातार 7 दिन सेवन करने से संतान उत्पन्न होता है।
14. सवि का भात और मुंग की दाल खाने से बांझ पन दूर होता है और संतान की प्राप्ति होती है।
15. गर्भ का जब तीसरा महीना चल रहा हो तो गर्भवती स्त्री को शनिवार को थोडा सा जायफल और गुड़ मिलाकर खिलाने से अवश्य ही संतान की प्राप्ति होगी।
16. पुराने चावल को धोकर भिगो दें बनाने से पहले उसके पानी को अलग करके उसमें नीबूं की जड़ को महीन पीसकर उस पानी को स्त्री पी कर अपने पति से सम्बन्ध बनाये वह स्त्री कन्या संतान को जन्म देगी।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848