गोवा/कोलकाता । गोवा विधानसभा चुनाव में तृणमुल और ममता बनर्जी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। पहली बार चुनाव लड़ रही टीएमसी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है। देश के 5 राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने चार राज्यों में जीत हासिल की है। देश के सबसे छोटे राज्य गोवा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। यहां 40 सीटों में से उसे 20 पर जीत हासिल हुई। उसे 3 निर्दलियों और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के 2 विधायकों ने समर्थन दे दिया है। इस तरह उसका आंकड़ा 25 हो गया है जो बहुमत से 4 ज्यादा है। इससे उसकी सरकार बननी तय है। कांग्रेस 11 सीटें ही जीत पाई है। उधर, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई। वहीं, आम आदमी पार्टी को 2 सीट जीत कर पहली बार विधानसभा में एंट्री मिली है। उसके दो उम्मीदवार जीते हैं। लेकिन पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने जिस अमित पालेकर को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया था, वे ही चुनाव हार गए हैं। लेकिन इस चुनाव में टीएमसी को करारी हार का सामना करना पड़ा है। ममता बनर्जी ने पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी को गोवा चुनाव की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन वह वहां घास-फूल खिलाने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में जीत के बाद गोवा विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने अपनी दांव खेला था। पिछले कुछ महीनों में पार्टी के नेता और मंत्री गोवा पहुंच कर जनसंपर्क अभियान चला रहे थे। पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने खुद गोवा की कमान संभाली थी। महिलाओं को 5,000 रुपये प्रति माह देने का भी वादा किया गया था। हालांकि, परिणाम जारी होने के बाद सभी प्रयास विफल रहे। एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने हार मानने से इनकार कर दिया। नतीजे जारी होने के बाद अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि पहली बार चुनावी मैदान में उतरी टीएमसी ने गोवा में अपनी जगह बना ली है। वे अगले पांच साल तक इस राज्य में और मेहनत करेंगे।
परिणाम घोषित होने के बाद गोवा से लौटते हुए अभिषेक बनर्जी ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा वह नहीं कर सकती जो तृणमूल ने गोवा में किया था।अभिषेक ने कहा, ”हमने बहुत कम अंतर से चार सीटें गंवाई हैं। उन्होंने कहा कि गोवा में कुछ विधानसभा सीटें हैं जहां तृणमूल ने तीन महीने में 30 फीसदी वोट हासिल किया है। इसलिए वह भविष्य में अच्छे परिणाम मिलने को लेकर आशान्वित हैं। उल्लेखनीय है कि तृणमूल ने गोवा में महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। तृणमूल को एक भी सीट नहीं मिली। हालांकि, तृणमूल की सहयोगी महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी ने कहा है कि वह तीन सीटें जीतकर सरकार बनाने में भाजपा का समर्थन करेगी।
उन्होंने गोवा से जमीन पर लड़ने का संदेश भी दिया। तृणमूल सांसद ने कहा, अगले पांच साल तक हम जमीन पर काम करेंगे। बहुत कम समय में हम शायद हर किसी तक उस तरह नहीं पहुंच पाए। लेकिन कोई अन्य राजनीतिक दल इसे नहीं दिखा सका। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ऐसा कहीं नहीं कर सकती। इसलिए उन्होंने इस परिणाम को एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि हार के कारणों पर पार्टी में चर्चा होगी। नई रणनीति की समीक्षा की जाएगी।