गर्मी के मौसम में सिर्फ अंडरआर्म्स, सिर, चेहरे, गर्दन जैसी जगहों पर ही बहुत पसीना नहीं आता, बल्कि प्राइवेट पार्ट्स के पास भी पसीना आता है। कुछ महिलाओं को योनि (Vagina) के आसपास बहुत पसीना आता है, जिससे पैंटी भी गीली हो जाती है। देर तक पसीने से गीली पैंटी या अंडरगार्मेंट्स को पहने रहना भी सही नहीं है।
इससे योनि के आसपास की त्वचा (Tips for vaginal hygiene) पर रैशेज, दाने आदि निकल सकते हैं। हालांकि, पसीना आना स्वाभाविक और हेल्दी होता है, लेकिन बहुत ज्यादा पसीना आना भी नॉर्मल नहीं। खासकर, योनि (Vagina) और जांघों के आसपास। जिनका वजन अधिक होता है, वे महिलाएं योनि के पास अधिक पसीना आने से परेशान रहती हैं। हालांकि, इस समस्या को आप कुछ घरेलू नुस्खों और टिप्स को (Tips for Sweaty Vagina) अपनाकर दूर कर सकती हैं।
योनि के आसपास पसीना आने के कारण (Causes of Vaginal sweating) : इसके कई कारण (Causes of sweaty vagina) हो सकते हैं। वजन अधिक होना, हेवी वर्कआउट करना, ह्यूमिडिटी, एक ही जगह पर देर तक बैठे रहना आदि। पसीना आने से आपको योनि के पास खुजली, दाने, संक्रमण, रैशेज हो सकते हैं। पसीने में मौजूद बैक्टीरिया के कारण ये समस्याएं हो सकती हैं। आपको भी आता है योनि के पास अधिक पसीना तो नीचे
बताए गए इन उपायों को जरूर आजमाएं…
पहनें कॉटन की पैंटी : ठंड के मौसम में बेशक आप सैटिन, पॉलिएस्टर, नायलॉन आदि फैब्रिक के अंडरगार्मेंट्स पहने, लेकिन गर्मी में ये सब पहना अधिक पसीना आने का कारण (Tips to stop feminine sweating) बन सकता है। गर्मी के लिए सबसे बेस्ट है कॉटन की पैंटी पहनना, जो पसीने को सोख लेता है। इससे वेजाइना के आसपास की त्वचा गीली नहीं रहती है। कॉटन फैब्रिक त्वचा की नमी को सोखकर साफ और सूखा अहसास दिलाता है।
यदि आप भी वेजाइनल स्वेट (vaginal sweating) से परेशान हैं, कॉटन अंडरवियर पहनना शुरू कर दें। पसीने के कारण त्वचा पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इससे आपको यीस्ट इंफेक्शन (Yeast infection) होने का खतरा बढ़ सकता है। कोशिश करें कि गर्मी में थोड़ी बड़ी साइज वाली ही पैंटी पहनें, ताकि स्किन सांस ले सके। इससे पसीना (yoni se pasina aane ke karan) भी कम आएगा।
बालों को करें साफ : कई बार अधिक पसीना योनि में प्यूबिक हेयर होने के कारण भी (Tips for Sweaty Vagina)आता है। हालांकि, सबको इस कारण से पसीना आए, ये जरूरी नहीं है। लेकिन बेहतर तो यही होगा कि प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए। ऐसे में गर्मी के दिनों में खासकर प्यूबिक हेयर को साफ करके रखें। कई बार एक भी बाल गलती से खिंच जाने या टूट जाने से दाने निकल सकते हैं, जो दर्द भरा हो सकता है।
वर्कआउट करने के बाद नहाना है जरूरी : यदि आप वर्कआउट करती हैं, तो पसीने से भीगे कपड़ों को बदल लें या फिर नहा लें। वर्कआउट करने से वेजाइनल स्वेट भी होता है। आपकी पैंटी गीली हो जाती है, जो योनि के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
टाइट नहीं, पहनें ढीले कपड़े : यदि आप शॉपिंग करने जा रही हैं, तो ढीले कपड़े पहनकर ही जाएं। वॉकिंग करते समय भी आप अधिक चुस्त कपड़े ना पहनें। ढीले कपड़े पहनेंगी तो पसीना काफी कम आएगा और शरीर की त्वचा खुलकर सांस भी ले पाएगी।
कॉर्न स्टार्च से दूर करें पसीने की समस्या : यदि आप वेजाइना में पसीना आने के बाद किसी भी तरह के पाउडर का इस्तेमाल करती हैं, तो ऐसा करना आपके लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इससे पसीना तो सूख जाएगा, लेकिन आपको ओवेरियन कैंसर होने की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ सकती हैं। आप पाउडर लगाने की बजाय कॉर्न स्टार्च का (Home remedies for sweaty vagina in hindi) इस्तेमाल करें। कॉर्न स्टार्च को अपनी पैंटी पर छिड़क लें, इससे पसीना आसानी से सूख जाएगा।