अमेठी/लखनऊ : अमेठी की रहने वाली एक महिला और उसकी बेटी द्वारा लखनऊ में आत्मदाह की कोशिश करने के मामले में अमेठी में जामो थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। भूमि विवाद के मामले में पुलिस की ओर से कथित तौर पर कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में शुक्रवार को साफिया और उसकी बेटी गुड़िया ने यहां लोकभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था।
जिलाधिकारी अरूण कुमार एवं पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि कि साफिया का उसके पड़ोसी से नाली को लेकर कोई विवाद था। इस मामले में नौ जुलाई को मारपीट भी हुई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की थी। गर्ग ने बताया कि गुड़िया एवं उसकी मां ने आत्मदाह के प्रयास से संबंधित कोई पत्र नहीं दिया था और न ही खुफिया विभाग के पास इसकी कोई जानकारी थी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना प्रभारी जामो रतन सिंह, एक उप निरीक्षक एवं एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गयी है और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस ने शुक्रवार को बताया था कि घटना शुक्रवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे की है, जब अमेठी की दो महिलाओं ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़का और खुद को आग लगा ली।
उन्होंने बताया कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तुरंत उनकी ओर भागे। इनमें से एक महिला का वीडयो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह आग की लपटों में भागती हुई नजर आ रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों को सिविल अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जाती है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मिली जानकारी के मुताबिक, अमेठी के जामो क्षेत्र में किसी विवाद के चलते महिलाओं ने यह कदम उठाया। दोनों महिलाएं यहां आयीं। उन्होंने किसी से संपर्क नहीं किया और सीधे लोकभवन के सामने पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया। मामले की जांच की जा रही है। यह घटना अत्यंत कड़ी सुरक्षा वाली जगह पर हुई, जहां विधान भवन और लोकभवन हैं। लोक भवन में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय है।