कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के रानीगंज कोयला क्षेत्र में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड की एक खुली कोयला खदान में जमीन धंसने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लापता हो गए। सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यह घटना रानीगंज में ईसीएल की नारायणकुरी खदान में हुई। आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के उपायुक्त (केंद्रीय) एस.एस.कुलदीप के अनुसार, खदान के नीचे से तीन शव बरामद किए गए हैं।
उन्होंने कहा, “शवों को पोस्टमाॅर्टम के लिए आसनसोल जिला अस्पताल भेजा जा रहा है।” आसनसोल (दक्षिण) से स्थानीय भाजपा विधायक और फैशन डिजाइनर से नेता बनी अग्निमित्रा पॉॉल, जो बुधवार देर रात से घटनास्थल पर थीं, ने आज सुबह मीडिया को बताया कि क्षेत्र में स्थानीय पुलिस के एक वर्ग और ईसीएल के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर की जा रही अवैध खनन और कोयला तस्करी, त्रासदी का कारण है।
पॉल ने कहा, “इलाके में बेहद गरीबी है। रोजगार की कोई गुंजाइश नहीं है। इसलिए इलाके के गरीब लोगों का एक वर्ग कोयला तस्करी और अवैध खनन रैकेट में शामिल हो रहा है। वे न्यूनतम सावधानी के बिना खदानों में प्रवेश करते हैं। इन क्षेत्रों में ऐसी चीजें काफी आम हैं।” उन्होंने स्थानीय पुलिस पर मौतों का सही आंकड़ा नहीं देने का भी आरोप लगाया।
हमारी जानकारी के अनुसार, खदान के भीतर चार और शव हैं लेकिन जब तक आखिरी शव बरामद नहीं हो जाता, मैं यहां से नहीं जाऊंगी।”
तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जय प्रकाश मजूमदार ने पॉल पर निकायों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “घटना दुखद है। अब हमारा कर्तव्य है कि हम सबसे पहले पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के साथ खड़े हों। यह शवों पर राजनीति करने का समय नहीं है, जैसा कि भाजपा नेता अक्सर करते हैं।”रिपोर्ट दर्ज होने तक इस मामले में ईसीएल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी थी।