वाराणसी। शरीर में कई तरह की बीमारियां होना, गुप्त रोग के कारण यौन शक्ति कम होना, पाचन शक्ति कम होना, पेट में दर्द रहना, नाखून, दांत, और बाल कमज़ोर होकर टूटना, सूंघने की शक्ति कम होना, बोलने में उलझन होना और तुतलाना, बहन, बुआ से संबंध खराब होना, बेवजह की बदनामी होना, सामान्य बातचीत में भी उत्तेजित होकर अपशब्द बोलना, बिना मतलब किसी का मज़ाक उड़ाना या चुगली करना, साफ नहीं बोल पाना, अपनी क्षमता पर भरोसा न करना और खुद को दूसरों से कम आंकना, बुद्धि चौपट होना, त्वचा रोग होना, बिजनेस, नौकरी, संचार और शिक्षा में परेशानियां होना, पद-प्रतिष्ठा में हानि होना, पढ़ाई-लिखाई में कमज़ोर होना, धन हानि होना, बहुत ज़्यादा बाल गिरना, दोस्तों, रिश्तेदारों से बार-बार बहस-वाद-विवाद होना, लोगों से झूठ बोलना, धोखा देना या फिर आप पर झूठे आरोप लगना। सांस लेने से जुड़ी बीमारियां होना जैसे दमा या फेफड़ों की बीमारी, बोलने में समस्या होना, नसों में पीड़ा होना, बहरापन होना, जीभ, मुंह, गले, और नाक से जुड़ी बीमारियां होना।
बुध को प्रसन्न करने के 5 अचूक उपाय :-
बुध दोष के राहत पाने के लिए : अपने घर में चौड़े पत्ते वाले पौधे लगाएं। घर के मुख्य द्वार पर पंच पल्लव का तोरण- पीपल, गूलर, अशोक, आम और वट आदि लगाने से बुध दोष से जल्द मुक्ति मिलती है।
जिस प्रकार हर ग्रह के लिए कोई न कोई संबंधित रत्न बताया गया है, ठीक उसी प्रकार बुध दोष से निजात पाने के लिए पन्ना या मरगज का रत्न धारण करना चाहिए। ध्यान रखें कि इन्हें धारण करने से पहले विधिवत पूजा करना जरूरी है।
मान्यताओं के अनुसार, बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। बुध दोष से छुटकारा पाने के लिए इस दिन व्रत रखें और भगवान गणेश की विधि-विधान के साथ पूजा करें। साथ ही बीज मंत्र का जाप करें।
ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
बुध दोष से मुक्ति पाने के लिए बुधवार के दिन पूजा-पाठ करने के बाद किसी गरीब ब्राह्मण को हरे रंग की चीजों का दान करें।
बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करना बहुत ही शुभ माना गया है। इसलिए इस दिन हरे रंग के वस्त्र जरूर पहनने चाहिए। इससे बुध दोष में राहत मिलती है।
ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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