पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा कि सीट शेयरिंग में बिहार महागठबंधन में कोई कठिनाई नहीं है। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि 2015 विधानसभा चुनाव के दौरान जब 243 सीटें थी, तब तो कोई विवाद नहीं हुआ, अब तो उससे कम 40 लोकसभा सीट है। पटना में मंगलवार को तेजस्वी यादव से पत्रकारों ने जब जातीय गणना के सही आंकड़े नहीं होने के आरोप लगाए जाने के संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर जातीय गणना के आंकड़े पर भाजपा को भरोसा नहीं है तो प्रधानमंत्री से कहकर देश में ही जातीय जनगणना करा लेना चाहिए।
लेकिन, ऐसा होने वाला है नहीं, क्योंकि भाजपा के जो प्रधानमंत्री हैं या फिर भारत सरकार में बैठे लोग हैं, वो चाहते ही नहीं हैं कि देश में जातीय जनगणना हो। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि बिहार में सही तरीके से गणना हुई है। किसी के बोलने से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम इस पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या चाहता है और क्या करेगा ? हमारी सरकार जनता की सेवा के लिए काम करती है। हम लोग जनता से किए वादे को पूरा करने में लगे हैं।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा कोई एक ऐसा राज्य बता दे जहां एकसाथ लाखों पदों के लिए बहाली आई हो। भाजपा को भी लगता है कि बिहार के महागठबंधन का कोई मुकाबला नहीं है। तेजस्वी यादव ने भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बीच चल रहे विवाद को लेकर कहा कि चरित्र हनन करना, बदनाम करना, यह भाजपा का पुराना मॉडल रहा है।