जालौर । इन दिनों जिले के सांचौर उपखंड की चौरा ग्राम पंचायत अपनी एक अलग ही पहचान बना चुकी है। दरअसल गांव चौरा ग्राम पंचायत का निरंतर बढ़ते विकास का कारण पढ़े-लिखे युवा सरपंच सुनील बिश्नोई व ग्राम विकास अधिकारी गणपत बिश्नोई की सोच हैं। गांव को पूरे देश में आदर्श बनाने की है जिसके लिए वह जागरुक ग्रामीणों के साथ निरंतर आमजन को प्रेरित करते हुए उनका सहयोग ले रहे है। कच्चे घरों में रह रहे परिवारों के लिए पीएम आवास योजना के तहत पक्के भवनों का निर्माण भी काफी तेज गति से हो रहा है। विकास से हटकर भी सामाजिक सरोकार से जुड़ी कई पहल भी इस युवा सरपंच ने अपनी पंचायत में शुरू की हैं।
जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रोजगार से जोड़ना व मेधावी बच्चों को स्वयं के वेतन से पुरस्कृत करना भी शामिल है। ग्राम पंचायत में हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाना, विकास कार्य से स्वच्छ व स्वस्थ्य वातावरण बनाने के अलावा सरपंच बिश्नोई लोगों का आर्थिक स्तर सुधारने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए उन्होंने पंचायत के राजीव गांधी सेवा केंद्र सहित सभी सरकारी भवनों की मरम्मत जीर्णोद्धार व रंगाई-पुताई कर नया स्वरूप प्रदान किया है। राजीव गांधी सेवा केंद्र के पास हरा भरा पार्क विकसित कर करीब 500 से ज्यादा फल-फूलदार पौधे लगवा कर सार्वजनिक पार्को का सौंदर्यकरण किया गया है।
हरियाली से अच्छादित कर प्राकृतिक संरक्षण व स्वच्छता का अनूठा संदेश भी दिया है। दूसरी ओर गांव में मूलभूत सुविधाओं की समस्याओं का निराकरण किया गया है। जालौर जिले में प्रथम नि:शुल्क ग्राम सार्वजनिक लाइब्रेरी जिसमें छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं और यह सबसे बड़ी सोच चौरा गांव के सरपंच की है। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशासन ने उन्हें सम्मानित भी किया है। ग्राम पंचायत में सरपंच ने सरकारी राशि का सदुपयोग कर जर्जर भवन, गांव के सभी सरकारी विद्यालय की छत, स्टेडियम का जीर्णोद्धार करवा कर तस्वीर बदल दी। वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत के रास्तों से अतिक्रमण हटवा कर व इंटरलॉकिंग सड़कों का निर्माण करवाया गया।
ग्राम विकास अधिकारी गणपत बिश्नोई व सरपंच सुनील बिश्नोई दोनों सिर्फ जिला नहीं पूरे राजस्थान के लिए एक प्रेरणा है जो किसी और ग्राम पंचायत में नहीं मिलती। क्योंकि इनकी कार्यप्रणाली व युवा सोच समाज के लिए प्रत्येक भौतिक सुविधाओं को मूलभूत तरीके से उपलब्ध करवाना एवं जितने भी सरकारी योजना वर्तमान में लागू है उसके बारे में प्रत्येक सप्ताह एक संदेश प्रेषित करके सभी को बताना। घर-घर जाकर सर्वे महीने में चार बार वार्ड पंच एवं ग्रामवासियों की एक बड़ी मीटिंग आयोजित करवा कर उनको प्रत्येक कार्य के लिए अवगत करवाना।
ग्राम पंचायत कनिष्ठ सहायक रूड़ा राम मेघवाल, पंचायत सहायक राजु राम चौहान, रमेश कुमार सहित तीन कर्मचारी पूरी लगन के साथ अपना कार्य करते हैं। सप्ताह में प्रतिदिन पंचायत कार्यालय में उपस्थिति देते हैं ताकि लोगों की कोई भी समस्या का समाधान जल्द मिले। सरपंच बिश्नोई ने ख़ुद के रूपयो से लोगो के लिए लाईट की व्यवस्था की है। जो किसी अन्य स्थान पर ऐसा कभी नहीं देखा जाता। कई नवभवनों का निर्माण, सीसी, इंटरलॉकिंग सड़कों का निर्माण करवाया गया। गांव की चहुंमुखी विकास, गांव में भेदभाव के बजाए मेल-मिलाप पर ध्यान, सरकार द्वारा गांव के विकास हेतु भेजी गई राशि का सदुपयोग करके अब गांव भी शहर की तरह दिखाई देने लगा है।