भारतवंशियों की दमक से पूरी दुनियां सराबोर- एक परिवार, एक दुनियां, एक ग्रह की अवधारणा का जोश

न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भारतवंशियों सहित अनेको नें की भारत माता की जय की गूंज
बदलते भारत और भारतवंशियों को अपने देश की मिट्टी की सुगंध के एहसास में मंत्रमुग्ध होते देखकर दुनियां अचंभित है- एडवोकेट के.एस. भावनानी

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर हम बीते एक दशक से मीडिया के हर प्लेटफार्म पर देख रहे हैं कि, दुनियां के जिस भी देश में मूल भारतीय या भरतवंशियों के निवास है, वहां अगर कोई साधारण भारतीय भी जाता है तो उसे देखकर वे बहुत अधिक खुश होते हैं, यह उन्हें एहसास होता होगा जो विदेशों में जाकर मूल भारतीयों या भारतवंशियों से मुलाकात करते हैं। परंतु जब हमारे देश के पीएम दुनियां के किसी भी देश में जाते हैं तो पूरे भारतवासी मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से देखते होंगे कि भारतवंशी कितने उत्साहित होते हैं, क्योंकि उनको लगता है कि अपने देश की मिट्टी की सुगंध का एहसास हो रहा है और जोश खरोश के साथ घंटों इंतजार करने के बावजूद उनका अति उत्साह काम नहीं होता और जोरदार ढंग से स्वागत करते हैं। वैसे तो हम यह मंजर अनेक बार टीवी चैनलों पर देख चुके हैं, परंतु आज हम यह बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हमारे पीएम दिनांक 9-10 जुलाई 2024 को रूस और ऑस्ट्रिया अधिकृत यात्रा पर हैं जैसे हमने देखे कि भारतवंशियों में कितना गजब का उत्साह दिखा है, अपने देश की मिट्टी के समर्थन में खुशी से नारे लगाए गए दोनों देशों में माननीय पीएम ने भारतवंशियों को संबोधित भी किया जो गर्व से झूम उठे।

बता दें पीएम को रूस के सबसे बड़े सम्मान ऑर्डर ऑफ द सेंट एंड्रयू से सम्मानित किया गया। रूसी राष्ट्रपति ने उन्हें सम्मानित किया। इस पर पीएम ने रूस का आभार जताया और कहा कि ये सम्मान भारत का सम्मान है। ऑस्ट्रिया में तो एक बच्चे ने पीएम के सम्मान में कविता गाई जो काबिले तारीफ थी, बता दें ऑस्ट्रिया में कोई भारतीय पीएम 40 वर्षों के बाद गए हैं। जिससे इतने वर्षों के बाद से भारतवंशियों में उत्साह बहुत अधिक देखने को मिला। यह तो बात हुई हमारे पीएम की हुजूरी में उत्साह की, परंतु दिनांक 9 जुलाई 2024 को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर से मीडिया में जो तस्वीर आई उसमें अमेरिका सहित पूरी दुनियां अचंभित हुई, क्योंकि न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर पर भारतवंशियों द्वारा हैट्रिक 3.0 सरकार की खुशी में भारत माता की जय के जयकारे से गूंज उठे। मानो एक परिवार एक दुनियां एक ग्रह की अवधारणा का समर्थन कर रहे हो। चूंकि भारतवंशियों की धमक से पूरी दुनियां सराबोर हुई है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, बदलते भारत और भारतवंशियों को अपने देश की मिट्टी की सुगंध के एहसास में मंत्रमुग्ध होते देख कर पूरी दुनियां अचंभित है।

साथियों बात अगर हम 9 जुलाई 2024 को भारतीय पीएम द्वारा रूस में भारतवंशियों को संबोधित करने की करें तो, रूस के मास्को में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत की। प्रवासी भारतीयों ने उनका स्नेह के साथ उत्साहपूर्वक स्वागत किया। पीएम ने प्रवासी भारतीयों को धन्यवाद दिया और भारत-रूस संबंधों को बढ़ाने में उनके योगदान की सराहना की। 140 करोड़ भारतवासियों की ओर से प्रवासी भारतीयों का अभिवादन करते हुए उन्होंने कहा कि उनके साथ बातचीत विशेष थी, क्योंकि यह उनके ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल में भारतीय प्रवासियों को उनका पहला संबोधन था। पीएम ने पिछले दस वर्षों में भारत में हुए प्रत्यक्ष परिवर्तन के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि यह सभी भारतीयों के लिए बहुत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल में सरकार का उद्देश्य विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना है। उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि के बारे में बात की, जो वैश्विक विकास का महत्वपूर्ण प्रतिशत है; इसकी डिजिटल और फिनटेक सफलता; इसकी हरित विकास उपलब्धियां और इसके प्रभावशाली सामाजिक-आर्थिक कार्यक्रम, जो आम लोगों को सशक्त बनाते हैं।

उन्होंने कहा कि भारत की परिवर्तनकारी सफलता 140 करोड़ भारतीयों के समर्पण, प्रतिबद्धता और योगदान के कारण हुई है, जिनमें से प्रत्येक भारतीय, देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का स्वप्न देखता है। उन्होंने कहा कि भारत, जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने तक-अपने प्रतिबद्ध प्रयासों के माध्यम से विश्वबंधु, दुनिया के मित्र के रूप में वैश्विक समृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक मुद्दों को हल करने के लिए शांति, संवाद और कूटनीति के लिए भारत के आह्वान की बहुत अधिक सराहना हुई है। प्रधानमंत्री ने रूस के साथ सुदृढ़ और गहन साझेदारी बनाने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए भारतीय समुदाय को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि कज़ान और एकातेरिनबर्ग में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने का निर्णय लिया गया है, जिससे लोगों के बीच संबंधों को और बढ़ावा मिलेगा। प्रवासी भारतीयों ने इस घोषणा का स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को पोषित करने और रूस के लोगों के साथ इसकी जीवंतता को साझा करने के लिए प्रवासी भारतीय समुदाय के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

साथियों बात अगर हम 10 जुलाई 2024 को भारतीय पीएम द्वारा ऑस्ट्रिया में भारतवंशियों को संबोधित करने की करें तो, रूस के बाद ऑस्ट्रिया पहुंचे थे। दो दिवसीय अपने दौरे में पीएम ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर और राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात की। चार दशक बाद ऑस्ट्रिया का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले 1983 में बतौर प्रधानमंत्री आखिरी बार इंदिरा गांधी ने ऑस्ट्रिया का दौरा किया था। उधर, ऑस्ट्रिया में भारतीय प्रवासियों के युवा सदस्य पीएम का स्वागत करने वियना पहुंचे थे। एक भारतवंशी के बच्चे ने पीएम के स्वागत में एक कविता सुनाई थी।

साथियों बात अगर हम 9 जुलाई 2024 को न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वेयर पर हैट्रिक 3.0 की खुशी में भारत माता की जय के उद्घोष की करें तो, अमेरिका के न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर पर भारतीय समुदाय के लोगों ने तिरंगा हाथ में थामकर पीएम के तीसरे कार्यकाल में भारत के उत्थान और प्रगति का जश्न मनाया। इस दौरान भारतवंशियों ने टाइम्स स्क्वायर पर भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारे भी लगाए। भारत में तीसरी बार पीएम के नेतृत्व में सरकार बनने से पूरी दुनियां के भारतवंशियों में जबरदस्त उत्साह है। अमेरिका के न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वायर पर भारतीय समुदाय के लोगों ने तिरंगा हाथ में थामकर पीएम के तीसरे कार्यकाल में भारत के उत्थान और प्रगति का जश्न मनाया। अमेरिकी संगठनों आईएमई कौर टीयूएफएफ इंडिया ने न्यूयॉर्क में एक राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस आयोजित की जहां अलग-अलग धर्मों के नेताओं ने सरकार 3.0 को लेकर चर्चा की। इस बैठक में टीयूएफएफ की सह संस्थापक ने कहा कि, मुझे लगता है कि पीएम असाधारण हैं। जिनके पीछे एक असाधारण शक्ति है, भारत में बहुत से लोग हैं जो उम्मीद कर रहे हैं कि वो उनके लिए बहुत कुछ करेंगे। वह हर स्तर पर नए आयाम स्थापित कर रहे हैं और मुझे लगता है कि दुनिया भर के लोगों को उनकी एक परिवार, एक दुनिया, एक ग्रह की अवधारणा का समर्थन करना चाहिए।

भारतवंशियों के अलावा टाइम्स स्क्वायर पर आयोजित कार्यक्रम में न्यूयॉर्क के स्थानीय लोग भी पहुंचे जिनमें से एक ने कहा कि हम भारत से प्यार करते हैं, हम भारत के लिए प्रार्थना करते हैं और हम पीएम का बहुत सम्मान करते हैं। टाइम्स स्क्वायर पर ग्लोबल सिक्योरिटी इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष, भी मोदी 3.0 के जश्न में शामिल हुए उन्होंने कहा कि हमने अभी-अभी भारत द्वार पूरे मानव परिवार की एकता के सिद्धांत का एक अद्भुत प्रदर्शन देखा है। यह प्रेरणादायक समावेशिता दिखाती है कि पृथ्वी की रक्षा की जानी चाहिए। राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस के बाद 47 वीं स्ट्रीट से फादर डफी स्क्वायर तक रैली निकाली गई, जिसमें भारत की वैभवशाली भावना का जश्न मनाया गया। बाद में, टाइम्स स्क्वायर में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों, विभिन्न धर्मों के नेताओं, प्रवासी भारतीयों, दिग्गज कंपनियों, समाजसेवकों, शिक्षाविदों, अमेरिकी राजनेताओं और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई। यह कार्यक्रम प्रतिष्ठित न्यूयॉर्क शहर में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले एक दशक में भारत के वैश्विक उदय और हैट्रिक 3.0 के जश्न का प्रतीक था।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारतवंशियों की दमक से पूरी दुनियां सराबोर- एक परिवार, एक दुनियां, एक ग्रह की अवधारणा का जोश। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर भारतवंशियों सहित अनेको नें की भारत माता की जय की गूंज। बदलते भारत और भारतवंशियों को अपने देश की मिट्टी की सुगंध के एहसास में मंत्रमुग्ध होते देखकर दुनियां अचंभित है।

(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)

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