उमेश तिवारी, हावड़ा : पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। लगातार 10 वें दिन सरकारी तेल कंपनियों ने तेल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। डीजल की कीमत में 32 से 34 पैसे तक की बढ़ोतरी हुई है, तो वहीं पेट्रोल की कीमत भी 32 से 34 पैसे तक बढ़ी है। देश के कई हिस्सों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के करीब पहुंच चुका है। कोलकाता में शनिवार को दाम बढ़ने के बाद एक लीटर पेट्रोल की कीमत 91.40 रुपये और डीजल के दाम 84.10 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं।
डीज़ल और पेट्रोल के क़ीमतों में बेतहासा वृद्धि ने लोगों में रोष पैदा कर दिया है।
इस मुद्दे पर लोगों ने क्या कहा आइये देखते हैं :
तुसार कांति सेन (अध्य्क्ष, ऑल बंगाल पेट्रोल पम्प डीलर एसोसिएशन) ने कहा कि पेट्रोल एंड डीजल के दामों में वृद्धि के कारण बिक्री पर 25 फीसदी का असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि तेल के दामों में वृद्धि के कारण घरेलू सामानों के क़ीमतों में भी वृद्धि होगी।
कैलाश राय (अध्यक्ष, रामकृस्टोपुर टेम्पो एसोसिएशन) ने कहा कि तेल के दामों में बढ़ोतरी के कारण गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। घर से पैसा लगाना पड़ रहा है। केंद्र सरकार को लोगों को होनेवाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए तेल के दामों को कम कर देना चाहिए।
कमलेश दत्ता (कर्मचारी, सेन सर्विस स्टेशन) ने कहा कि अगर केंद्र और राज्य सरकार तेल में लिए जानेवाले टैक्स को कम कर दे तो कीमत भी कम हो जाएगी। तेल के दामों में वृद्धि के कारण पेट्रोल पम्प पर भी असर पड़ा है। सरकार को इस मुद्दे पर सोचने की जरूरत है।