लाइब्रेरियन का पेशा काफी सम्मानीय होता है, युवा पीढ़ी इसके प्रति हो जागरुक- साहित्यिक भिखी प्रसाद वीरेंद्र

सिलिगुड़ी। लाइब्रेरियन एक ऐसा व्यक्ति होता है जो विभिन्न जानकारियों तक हमारी पहुँच प्रदान करने वाले पुस्तकालय में काम करता है, और कभी-कभी उपयोगकर्ताओं को सूचना साक्षरता पर निर्देश देता है। प्राचीन दुनिया के शुरुआती पुस्तकालयों से लेकर आधुनिक सूचना केंद्र तक, डेटा स्टोर में रखी गई सूचनाओं के रखवाले हैं ये लाइब्रेरियन।

लाइब्रेरियन की विशेषता, लाइब्रेरी के प्रकार और संग्रह को बनाए रखने और उन्हें अपने उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्यों के आधार पर भूमिकाएं और जिम्मेदारियां व्यापक होती हैं।

आज लाइब्रेरियन दिवस के संदर्भ में सिलीगुड़ी की साहित्यकार भिखी प्रसाद वीरेंद्र जी ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत में लाइब्रेरी को लेकर जागरुकता कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी लाइब्रेरियन के पेशे के प्रति भी जागरुक नहीं है। यह एक बहुत ही सम्मानिय पेशा है, किताबों के प्रति रुची रखने वाले या जिन्हें किताबों का ज्ञान हो वो ही इस पेशे से जुड़ सकता है।

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