अनिल बेदाग, मुंबई । हुनर हाट सुरीले गाने के सफर के साथ आगे बढ़ी, बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर सुरेश वाडेकर ने एक के बाद एक सुपरहिट गाने गा कर माहौल को सुरीला बना दिया। सुरेश वाडेकर ने कार्यक्रम का श्रीगणेश गजानन महाराज की आरती के साथ किया और इसके बाद एक से बढ़कर एक और 80-90 के दशक के सुपरहिट गानों को गाकर लोगों को मदमस्त कर दिया।
फिल्म प्यासा सावन के सुपरहिट गाने ‘मेघा रे मेघा’ जिसे दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और पांच फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित फिल्म परिंदा का यादगार गाना गाया। इसके बाद ‘तुमसे मिलके ऐसा लगा, तुमसे मिलके’ फिल्म प्रेम रोग के गाने ‘मैं हूं प्रेम रोगी’ जैसे सदाबहार गाने और इस दिल में क्या रखा है’ और चांदनी फिल्म का मशहूर गाना ‘लगी आज सावन की फिर वह घड़ी है’ सहित सदमा फिल्म का ‘ऐ ज़िंदगी गले लगा ले’ गाकर लोगों झूमने पर मजबूर किया।
इसके बाद सत्या फिल्म का मशहूर गाना ‘सपने मैं मिलती हैं, ओ कुड़ी मेरी सपने मैं मिलती हैं’ और माचिस फिल्म का गाना का सुपरहिट गाना ‘चप्पा चप्पा चरखा चले’ और आखिर में राजा मेहदी अली ख़ान का लिखा और लता मंगेशकर की सुरीली आवाज में गाया गाना ‘लग जा गले फिर ये हंसी रात हो कि न हो’ अपने प्रस्तुति का अंत किया। सुरेश वाडेकर से पहले अंकिता पाठक और सिंगर भूपेंद्र सिंह भूप्पी ने पंजाबी के तड़के के साथ बालीवुड के कई मशहूर गाने विशेषकर किशोर कुमार के ‘हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम’ ने सचमुच ग़ज़ब ढा दिया।