कोलकाता। कंचनजंघा एक्सप्रेस में सवार उन यात्रियों की भयानक यात्रा आखिरकार मंगलवार तड़के संपन्न हुई जब दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन सियालदह स्टेशन पहुंची है। मंगलवार सुबह 3:16 में यह ट्रेन सियालदह स्टेशन पर पहुंची। स्टेशन पर यात्रियों की प्रतीक्षा में नगरपालिका एवं शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम मौजूद थे।
सियालदह डीआरएम (डिविजनल रेलवे मैनेजर) दीपक निगम और अन्य रेलवे अधिकारी भी मौजूद थे। ट्रेन से उतरने के बाद फिरहाद ने यात्रियों से बात की। रेलवे अधिकारियों ने भी यात्रियों से बात की।
वे यह भी पूछते नजर आए कि किसी यात्री को कोई शारीरिक समस्या तो नहीं है। सियालदह पहुंचने के बाद यात्रियों को खाना और बोतलबंद पानी दिया गया है। यहां से यात्रियों को अपने-अपने घर जाने के लिए राज्य सरकार की ओर से विशेष तौर पर बसों का भी इंतजाम किया गया था। यहां मीडिया कर्मियों के सामने कई यात्रियों ने दुर्घटना के समय का मंजर बयां किया है।
एक यात्री ने कहा जब अचानक ट्रेन में पीछे से टक्कर हुई तो इतनी तेज गति से डिब्बे हिले कि उसके बाद हम जिंदा है, इस बात का यकीन नहीं हो रहा था। वहां मौत का मंजर अजीब था। कंचनजंघा ट्रेन के पीछे के डब्बे मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ गए थे और लोग खून से लथपथ हालत में इधर-उधर बिखरे पड़े हुए थे। इस डर के मंजर को जीवन भर भूल नहीं पाएंगे।
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