कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कई सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुई अवैध भर्तियों में कथित संलिप्तता को लेकर सुजय कृष्ण भद्र बुधवार को कोलकाता में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के सामने पेश हुए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सीबीआई का आरोप है कि भर्ती घोटाले से जुटाई गई भारी भरकम राशि ‘कालीघाटएर काकू’ (कालीघाट के काका) के नाम से मशहूर भद्र को भेजी गई थी। कालीघाट वही इलाका है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी रहती हैं।
एक सीबीआई अधिकारी ने कहा, “हमारी जांच में हमने पाया है कि बड़ी राशि इस व्यक्ति (सुजय कृष्ण भद्र) के पास भी पहुंची। हम आज उससे पूछताछ कर रहे हैं।” अधिकारी के मुताबिक, भद्र को मंगलवार शाम नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया गया था और वह बुधवार सुबह सीबीआई के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय में उसके सामने पेश हुए।
सीबीआई के दफ्तर में प्रवेश से पहले भद्र ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “मैं नहीं जानता कि मुझे क्यों बुलाया गया है। मुझे सीबीआई से एक नोटिस मिला था। यही कारण है कि मैं यहां आया हूं।” इस बीच, एक अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जांचकर्ताओं ने स्कूल भर्ती घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में शहर में स्थित उन तीन कॉफी शॉप के मालिकों से उनके सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने को कहा है।
जहां मामले में गिरफ्तार कुछ आरोपियों ने कथित तौर पर ‘अज्ञात लोगों’ के साथ बैठकें की थीं। अधिकारी के मुताबिक, ईडी ने मामले में गिरफ्तार एक आरोपी की पत्नी को भी कोलकाता स्थित अपने दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया है। अधिकारी ने कहा, “इस आरोपी की पत्नी ने बड़े पैमाने पर संपत्ति अर्जित की है और हमारे लिए इसके स्रोत के बारे में जानना जरूरी है। हमें यह पता लगाने की जरूरत है कि उसने यह संपत्ति कैसे अर्जित की।”