कोलकाताः पब्लिक अकाउंट कमेटी (पीएसी) के चेयरमैन पद को लेकर बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस आमने-सामने हैं। यह सब कुछ तब शुरू हुआ जब हाल ही में बीजेपी से टीएमसी में शामिल हुए मुकुल राॅय ने विधानसभा में पीएसी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र जमा किया। इसी बीच बीते कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मुकुल राॅय तो बीजेपी के ही सदस्य। इसपर बीजेपी के वरिष्ठ नेता तथागत राय ने ट्वीट करते हुए मुकुल राॅय पर निशाना साधा है।
तथागत राय ने कहा कि मुकुल रॉय को पब्लिक अकाउंट कमेटी (पीएसी) का अध्यक्ष बनाने का प्रयास असाधारण राजनीतिक बेईमानी का संकेत है। क्या यह विधानसभा चलाई जा रही है? या ससुराल में दामाद को ठगा जा रहा है? उधर मुकुल राॅय के अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी पीएसी अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। बीजेपी के विरोध के बावजूद विधानसभा सचिवालय ने मुकुल के नामांकन को वैधता दी है। स्क्रूटनी प्रकरण के अंत में आधिकारिक रूप से प्रकाशित सूची से पता चलता है कि मुकुल और शुभेंदु के नाम हैं। वहीं मुकुल रॉय को पीएसी अध्यक्ष बनाने के लिए तृणमूल काफी बेताब है।
बता दें कि मुकुल रॉय अभी भी भाजपा विधायक हैं। भाजपा ने सवाल किया कि तृणमूल विधायकों द्वारा प्रस्तावित विपक्षी विधायक के नाम को कैसे स्वीकार किया गया? पीएसी अध्यक्ष पद को लेकर बीते कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय भाजपा के सदस्य हैं। क्या समस्या है! वहीं बीजेपी को लगता है कि जो व्यक्ति पार्टी सुप्रीमो का हाथ पकड़कर घर लौटा है, वह फिर भी भाजपा का सदस्य कैसे बना रह सकता है? बीजेपी पहले ही स्पीकर बिमान बनर्जी को पत्र भेज चुकी है।