खड़गपुर ब्यूरो:घाटाल मास्टर प्लान रूपायन संग्राम समिति ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर प्लान के कार्यान्वयन के लिए जिला स्तरीय निगरानी समिति में संग्राम समिति के एक प्रतिनिधि के साथ पूर्व मेदिनीपुर जिले के अधिकारियों को शामिल करने की मांग की थी।
राज्य के सिंचाई मंत्री मानस रंजन भुइयां ने समिति की मांग के अनुरूप मास्टर प्लान कार्यान्वयन की निगरानी समिति में तमलुक के एसडीओ को शामिल करने की घोषणा की।
वहीं मंत्री ने तमलुक ब्लॉक के साथ-साथ पूर्व मेदिनीपुर जिले के कोलाघाट-पांशकुड़ा -मोयना ब्लॉक को भी उस योजना में शामिल करने की घोषणा की। रूपायन संग्राम समिति की मांग है कि समिति के कम से कम एक प्रतिनिधि को तत्काल निगरानी समिति में शामिल किया जाये।
घाटाल मास्टर प्लान कार्यान्वयन संघर्ष समिति के संयुक्त सचिव नारायण चंद्र नायक ने कहा कि पहले मास्टर प्लान में शामिल क्षेत्रों में दो मेदिनीपुर जिले के 13 ब्लॉक शामिल थे। इनमें से तीन ब्लॉक पूर्व मेदिनीपुर जिले के कोलाघाट, पांशकुरा, मोयना थे।
शेष 9 ब्लॉक पश्चिम मेदिनीपुर में थे। वर्तमान में, राज्य सरकार ने मास्टर प्लान को लागू करने में आठ ब्लॉक और दो नगरपालिका क्षेत्रों के 1575 वर्ग किमी क्षेत्र की पहचान की है। पश्चिम मेदिनीपुर में चार ब्लॉक और एक नगरपालिका तथा पूर्व मेदिनीपुर के चार ब्लॉक और एक नगरपालिका इलाके हैं।
पूर्व मेदिनीपुर के मामले में, तमलुक ब्लॉक और पांशकुड़ा नगर पालिका वर्तमान में उपरोक्त तीन ब्लॉकों से जुड़ी हैं।
क्षेत्रफल की दृष्टि से पश्चिम मेदिनीपुर का 83 प्रतिशत और पूर्व मेदिनीपुर का 17 प्रतिशत। ऐसा कहा जाता है कि पिछले साल मानसून के दौरान कंसावती नदी पर बांध टूटने से आई विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर यह बढ़ोतरी की गई है।
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