तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : केंद्रीय ट्रेड यूनियन एआईयूटीयूसी का पूर्व मेदिनीपुर जिला सम्मेलन रविवार को तमलुक के जिला सिविल बार एसोसिएशन हॉल में कामकाजी लोगों की विभिन्न मांगों को लेकर बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया गया। सम्मेलन में विभिन्न संगठित एवं असंगठित उद्योगों के स्थाई एवं अस्थाई श्रमिक, स्कीम वर्कर, बीड़ी, होजियारी, निर्माण सहित विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लगभग तीन सौ श्रमिक उपस्थित थे। सम्मेलन में जिला सचिव मधुसूदन बेरा ने सचिवीय रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उस रिपोर्ट पर चर्चा में विभिन्न व्यवसायों के 35 श्रमिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। वक्ताओं ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं, आंदोलन और संघर्ष की महत्वपूर्ण समस्याओं और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। बैठक के मुख्य वक्ता संगठन के राज्य सचिव अशोक दास ने श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान पर अपना सारगर्भित भाषण दिया I
सम्मेलन में गौरीशंकर दास, फणीभूषण चक्रवर्ती, समरेंद्रनाथ माजी, मानस सिन्हा, ज्ञानानंद राय जैसे नेता भी मौजूद थे I अशोक दास ने कहा कि जो लोग स्वतंत्रता आंदोलन में लड़े या मरे उनकी मांग श्रमिक शोषण से मुक्ति की थी लेकिन आजाद भारत में वह मांग पूरी नहीं हुई।
आज पूरे देश में निजीकरण की लहर चल रही है। छँटनी, तालाबंदी चल रही है। स्थायी नौकरियों में कोई स्थायी कर्मचारी नहीं हैं। संविदा- बेरोजगार युवाओं को थोड़े से पैसे के लिए आकस्मिक श्रमिकों द्वारा नियोजित किया जा रहा है। केंद्र सरकार 42 श्रम कानूनों में बदलाव कर लेबर कोड के माध्यम से श्रमिकों के अर्जित अधिकारों को छीन रही है।
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