भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास में वेदव्यास की भूमिका अविस्मरणीय है – प्रो शर्मा
उज्जैन : वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
सृष्टि का जन्म स्थल छत्तीसगढ़ है- डॉ. विनय पाठक
छत्तीसगढ : जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं से संपन्न राज्य छत्तीसगढ़ सृष्टि का जन्म स्थल है। इस
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का कार्य गुरु करते हैं : गरिमा गर्ग
पंचकूला, हरियाणा : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ट्राई-सिटी द्वारा गुरु परम्परा के शिखर पुरुष सामाजिक एवं
विलक्षण रत्नों से बढ़ा है भारत का अभिमान : प्रो शर्मा
राजस्थान की धरा : त्याग, पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी
अस्सी घाट पर पैर रखा है ना तुलसी मैं नाही कबीरा
अपनी भाषा और संस्कृति की उपासना करना भी राष्ट्र उपासना करने के समान है उज्जैन।
कोरोना काल पर केंद्रित प्रथम काव्य कृति लॉकडाउन कालजयी है – प्रो शर्मा
शरद आलोक की काव्यकृति लॉक डाउन पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन सम्पन्न नार्वे
मन व शरीर में एकता होनी चाहिए, योगाचार्य डॉ. जोशी
डॉ. प्रभु चौधरी, उज्जैन : प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा आयोजित अंतरर्राष्ट्रीय आभासी गोष्ठी
एशिया की अधिकांश भाषाओं की स्वाभाविक लिपि है देवनागरी : प्रो. शर्मा
देवनागरी लिपि : वैज्ञानिकता और नवीन संभावनाएं पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित डॉ. प्रभु चौधरी, उज्जैन