राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के तृतीय सत्र में हुआ कालिदास साहित्य में सौंदर्य और कला दृष्टि के साथ अनुसन्धान के नए आयामों पर मंथन
कालिदास साहित्य पर अनुसन्धान की नई सम्भावनाओं को तलाशें युवा- प्रो. द्विवेदी समृद्ध परम्परा रही
कालिदास समारोह में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में हुआ कालिदास साहित्य के सन्देश और उन पर शोध की नई दिशाओं पर विमर्श
जीवन के सभी पक्षों में उन्नति के सूत्र हैं कालिदास की वाणी में- प्रो. शुक्ल
अखिल भारतीय कालिदास समारोह में आयोजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में हुआ कालिदास के युग परिवेश, संस्कृति और समकालीन प्रासंगिकता पर मंथन
शैव दर्शन और प्रत्यभिज्ञा सिद्धांत के उद्देश्य हैं व्यापक और कालिदास की वाणी पर है
विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ विदेश में हिंदी पत्रकारिता पुस्तक का लोकार्पण और मंथन
सत्ताइस देशों की पत्रकारिता पर केंद्रित डॉ. कर्नावट की पुस्तक विदेश में हिंदी पत्रकारिता का
इक्कीसवीं सदी की चुनौतियां : हिंदी भाषा और साहित्य पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
भारत फिर से नयी ज्योति प्रज्ज्वलित करेगा इस सदी में- प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा उज्जैन।
गांधी जयंती पर विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ साहित्य और संस्कृति के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान एवं परिसंवाद
गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई, कला पथक दल द्वारा गांधी जी
संजा लोकोत्सव 2024 के अंतर्गत हुई अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी
जीवन में प्रकाशमान है लोक, जिसकी अनेक अन्तर्धाराएँ हमें समृद्ध करती हैं- पद्मश्री डॉ. राजपुरोहित
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा पचहत्तर वर्षों में हिंदी पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में हिंदी दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का
हिन्दी दिवस : हिन्दी हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा है
उज्जैन। किसी भी ज्ञान को गहराई से अर्जित करना है तो वह अपनी भाषा में
विश्वभाषा हिंदी : भारतीय ज्ञान परम्परा और संस्कृति के परिप्रेक्ष्य पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका अक्षरवार्ता का हुआ लोकार्पण उज्जैन। हिंदी दिवस के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय