अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हुआ अन्तरभाषाई संवाद और मातृभाषाओं में गीतों एवं कविताओं की प्रस्तुति
लोक बोलियां बचीं तभी हमारी संस्कृति बचेगी- कुलानुशासक प्रो. शर्मा भारत की अनेक बोलियों में
विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ अनुवाद महोत्सव का आयोजन, वरिष्ठ अनुवादक एवं साहित्यकार प्रो. आरसु एवं डॉ. अजय कुमार का हुआ सारस्वत सम्मान
भावात्मक एकता के साथ अजनबियों को परिचित बनाता है अनुवाद- प्रो. आरसु संस्कृति को व्यक्त
संत रविदास कृत साहित्य में मानवीय संवेदना और समरसता पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
समता, सदाचार और सद्भाव के सूत्र संत रविदास जी को अनुपम बनाते हैं – प्रो
वाग्देवी सरस्वती और वसंत पर्व : पुराख्यान और परम्परा पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं काव्यपाठ सम्पन्न
उज्जैन। प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं काव्यपाठ का आयोजन
बसन्त पंचमी पर वाग्देवी पूजन, सारस्वत सम्मान एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ
सुदूर अतीत में वैदिक साहित्य से लेकर अब तक सरस्वती नदी और वाणी की देवी
गांधी जी की पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी : जीवन और चिंतन के विविध आयाम पर विशिष्ट परिसंवाद और व्याख्यान सम्पन्न
गांधी जी ने समग्र विकास का सपना देखा, उसे पूर्ण करने की आवश्यकता है- साहित्यकार
राष्ट्रीय संगोष्ठी में हुआ देवनागरी लिपि – इक्कीसवीं सदी में नई सम्भावनाएँ पर मंथन
शिक्षाविद ब्रजकिशोर शर्मा का हुआ सारस्वत सम्मान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की दृष्टि से देवनागरी सर्वाधिक समर्थ
डॉ. आंबेडकर चिंतन शोध की अविराम यात्रा
उज्जैन। डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर का सार्वजनिक जीवन में प्रवेश समाज क्रांति के मार्ग को
अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हुआ स्वामी विवेकानंद : भारत का सांस्कृतिक जागरण और उनके सपनों का भारत पर मंथन
गहरी अध्यात्म निष्ठा के साथ समाज की जड़ता को समाप्त करने का आह्वान किया स्वामी
छतरपुर के युवाओं को दी मालवी भाषा एवं मालवी संस्कृति के बारे में अमूल्य जानकारी
मालवा प्रागैतिहासिक काल से रहा है मानवीय सभ्यता का महत्वपूर्ण क्षेत्र – प्रो. शैलेंद्र कुमार