प्रतिभा जैन की कविता : उदासी

।।उदासी।। सुकून एक शाम में न मिला दिन भर रही उदासी हमारी चांद से चेहरे

प्रतिभा जैन की रचना : विदाई

।।विदाई।। बेटी आज पराई हो चली मेरी नन्ही सी कली आज महक छोड़ चली खेल-खेल

प्रतिभा जैन की कविता : समझौता

समझौता आहत तो बहुत हुआ है, दिल जो तुमने तोड़ा है, छिड़क कर नमक जख्मों

प्रतिभा जैन की कविता : प्यार

।।प्यार।। कितना मुस्किल है एक तरफा प्यार मे दिल को समझाना न ख़बर तुमको देते