राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 289वीं अंतर्राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी सम्पन्न
उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में 289वीं अंतर्राष्ट्रीय आभासी गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसका
उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का आभासी काव्य गोष्ठी संपन्न
उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा होली के पावन पर्व पर एक आभासी अखिल भारतीय काव्य
उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का शिक्षक दिवस समारोह सम्पन्न
उज्जैन। शिक्षकीय दायित्व में शिक्षक जीवन पर्यन्त ज्ञान-मार्गदर्शन देता रहता है। जिसे सुयोग्य विद्यार्थी ग्रहण
व्यक्तित्व विकास के लिए नागरी लिपि अत्यंत उपयोगी- डॉ. हरिसिंह पाल
उज्जैन : नागरी लिपि में लिखने से मस्तिष्क के दोनों भागों का विकास होता है।