रामा श्रीनिवास ‘राज’ की कविता : “जीवन चलता है तो चलने दो”
।।जीवन चलता है तो चलने दो।। रामा श्रीनिवास ‘राज’ यदि जीवन चलता है तो चलने
रामा श्रीनिवास ‘राज’ की कविता : “क्या स्वतंत्र है”
।।क्या स्वतंत्र है।। रामा श्रीनिवास ‘राज’ क्या स्वतंत्र है खुली हवा में कहीं गया अभ्यास