रूपेश मिश्रा की कलम से : भोजपुरी फिल्म अवॉर्ड्स- मान्यता या महज खुश करने का जरिया?
रूपेश मिश्रा, पटना। भोजपुरी सिनेमा पिछले कुछ वर्षों में बड़ी तेजी से लोकप्रियता की सीढ़ियाँ
डॉ. आर.बी. दास की रचना…
विचार बहता हुआ पानी है! यदि आप इसमें गंदगी मिला देंगे तो वह नाला बन
बिहार फिल्म कॉन्क्लेव 2024 संपन्न
काली दास पाण्डेय, पटना। कला संस्कृति विभाग (बिहार सरकार) के द्वारा 18 अक्टूबर 2024 को
बिहार फिल्म बंधु : भोजपुरी सिनेमा के पुनर्जागरण की ओर एक ऐतिहासिक पहल
रूपेश मिश्रा, पटना। बिहार सरकार द्वारा भोजपुरी सिनेमा के प्रति बढ़ते स्नेह और समर्पण को
आर.बी. दास की कविता : कल का क्या भरोसा
।।कल का क्या भरोसा।। आर.बी. दास किसी की जिंदगी छोटी, तो किसी की बड़ी होती
डॉ. आर.बी. दास की कविता : ऐ जिंदगी
।।ऐ जिंदगी।। डॉ. आर.बी. दास ऐ जिंदगी तेरा शुक्रिया… तूने कई बार भ्रम को मेरे
डॉ. आर.बी. दास की कविता : मैने सीखा है
।।मैने सीखा है।। डॉ. आर.बी. दास मैने दिल तोड़ना नहीं दिल रखना सीखा है… मैने
डॉ. आर.बी. दास की कविता : अपनी उम्र का मजा लीजिए
।।अपनी उम्र का मजा लीजिए।। डॉ. आर.बी. दास खतरे के निशान से ऊपर बह रही
डॉ. आर.बी. दास की कविता…
लोग जल जाते हैं मेरी मुस्कान पे क्योंकि, मैने कभी दर्द की नुमाइश नही की,
श्री विश्वकर्मा जयंती विशेष
डॉ. आर.बी. दास, पटना। विश्वकर्मा जी को हिंदू धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार निर्माण