अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हिन्दी के साथ कवियों ने क्षेत्रीय भाषा का परचम लहराया

कविता में जो ताकत होती है वह भाषण में नही होती है : जगदीश मित्तल

मातृभाषा हमारा स्वाभिमान है- डॉ. चौधरी

उज्जैन । महिदपुर रोड- हर देश की पहचान उस देश की भाषा और संस्कृति से