डीपी सिंह की कुण्डलिया

कुण्डलिया मय कुटुम्ब हो आप को, मङ्गलमय नव-वर्ष सकल विश्व में शान्ति हो, पायें सब

डीपी सिंह की कुण्डलिया

कुण्डलिया दिल्ली ऐसा राज्य है, जैसे कोई नार उस बेचारी नार के, हैं दो दो