“लालसा, कुछ गद्य कुछ पद्य” का विमोचन समारोह संपन्न

कोलकाता । ‘शिष्ट भाव हो नम्र आचरण/प्रेम भाव की ढेरी। त्यागी बनूँ महान बनूँ मैं/यही