शब्दार्थ से संवेदना को मूर्त रूप देता है साहित्य

अंकित तिवारी, प्रयागराज : हिन्दी विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित व्याख्यानमाला के प्रथम सत्र में