चित्रकूट के हनुमान धारा मंदिर में हनुमान जी की महिमा जाने

चित्रकूट गिरि करहु निवासू। तहँ तुम्हार सब भाँति सुपासू॥ सैलु सुहावन कानन चारू। करि केहरि