एक अकिंचन सेवक और निष्काम कर्मयोगी- हनुमान प्रसाद पोद्दार ‘भाई जी’

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। गोरखपुर के ‘गीता प्रेस’ का नाम-स्मरण मात्र से ही हमारे मन-मस्तिष्क