डॉ. आर.बी. दास की कविता
सांप बेरोजगार हो गए, अब आदमी काटने लगे… कुत्ते क्या करे…?? जब तलबे आदमी चाटने
डॉ. आर.बी. दास की कविता : एक अनुभव
।।एक अनुभव।। डॉ. आर.बी. दास घमंड बता देता है कितना पैसा है ।। संस्कार बता
डॉ. आर.बी. दास की कविता : सोशल मीडिया
सोशल मीडिया डॉ. आर.बी. दास बात जरूरी भी है और जरूरी भी नहीं, समझ जाए
डॉ. आर.बी. दास की कविता
मस्तक को थोड़ा झुका कर देखिए… अभिमान मर जाएगा, आंखो को थोड़ा भीगा कर देखिए…
डॉ. आर.बी. दास की कविता : कुछ रिश्ते
।।कुछ रिश्ते।। डॉ. आर.बी. दास कुछ रिश्ते सबसे अपने होते हैं, ना मांगते हैं कुछ