सत्कर्म, पूजा करते समय क्यों दी जाती है दक्षिणा?

वाराणसी। महालक्ष्मी का कलावतार हैं ‘दक्षिणा’। देवी ‘दक्षिणा’ महालक्ष्मीजी के दाहिने कन्धे (अंश) से प्रकट