‘यह धन मेरे बहुत से बुजुर्गों को खा गया है, अब मैं इसको खा डालूँगा’ – भारतेन्दु

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा । दान देने और किसी की सहायता करने के पीछे अपने