संस्कृति संरक्षण के लिए आगे आएँ साहित्यकार – डॉ. गुप्त

जो प्रेरणा दे, सर्व कल्याणकारी हो वह मनुष्य सच्चे अर्थों में देवतुल्य – प्रो. शर्मा

आशा विनय सिंह बैस की कलम से… अटल बिहारी बाजपेई जी

“सत्ता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएंगी, जाएंगी, पार्टियाँ बनेंगी, बिगड़ेंगी, मगर ये देश रहना