श्रीराम पुकार शर्मा का निबंध : गोबर संस्कृति
‘गुड़ गोबर करना’ क्या सचमुच ही किसी विशेष वस्तु को नष्ट करने के अर्थ में
गुलमोहर गर तुम्हारा नाम होता (निबंध)
*गुलमोहर गर तुम्हारा नाम होता* वसंत के रंगोत्सव से लेकर तप्त गर्म माहों तक,
‘गुड़ गोबर करना’ क्या सचमुच ही किसी विशेष वस्तु को नष्ट करने के अर्थ में
*गुलमोहर गर तुम्हारा नाम होता* वसंत के रंगोत्सव से लेकर तप्त गर्म माहों तक,