ध्रुवदेव मिश्र पाषाण की कविता – “फर्क”
फर्क ध्रुवदेव मिश्र पाषाण तुम काफी पढ़े लिखे हो। प्रकाशन-तंत्र में गहरी पैठ वाले हो।
ध्रुवदेव मिश्र पाषाण की कविता : “स्वागत नव वर्ष”
।।स्वागत नव वर्ष।। सुधी सहृदयों के प्रति नए वर्ष की शुभकामनाएं “स्वागत नए वर्ष का”