कोलकाता। पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव के कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद, वह तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ एक घंटे की बैठक के बाद कोलकाता चली गईं और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं। इसके बाद वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने नबन्ना स्थित राज्य सचिवालय गईं।
सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजने के बाद, असम के सिलचर से कांग्रेस की पूर्व सांसद, कोलकाता आईं और दोपहर 12.30 बजे अभिषेक बनर्जी से उनके दक्षिण कोलकाता कार्यालय में मुलाकात की। उनके साथ तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन भी थे। देव और बनर्जी के बीच एक घंटे से अधिक समय तक मुलाकात हुई और उसके बाद वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं।
देव ने ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद कहा, मैं आज सुबह तृणमूल के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के साथ कोलकाता गई। मुझे अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी से मिलने का अवसर मिला। हमारे बीच बहुत अच्छी चर्चा हुई। पार्टी के बारे में उनका एक बहुत अच्छा ²ष्टिकोण है। फिर, हम तीनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने गए और एक उत्कृष्ट चर्चा की। उनके पास पार्टी के भविष्य के लिए एक उत्कृष्ट विजन है। मुझे इस संबंध में मददगार होने की उम्मीद है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह मंगलवार को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगी।
हालांकि देव ने पार्टी में अपनी भूमिका के बारे में कुछ नहीं कहा, लेकिन सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल के बाहर खासकर असम और त्रिपुरा में अपना संगठन फैला रही है।
देव के इस्तीफे का पता सुबह तब चला जब उन्होंने अपने ट्विटर बायो को कांग्रेस पार्टी की पूर्व सदस्य के तौर पर बदल दिया था। कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि बाद में कांग्रेस नेता और पार्टी की महिला विंग की प्रमुख ने अपना इस्तीफा पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को भेजा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री, दिवंगत संतोष मोहन देव की बेटी का इस्तीफा सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी के साथ राष्ट्रीय राजधानी में नव नियुक्त असम कांग्रेस टीम से मिलने के दो दिन बाद आया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय है कि जब तृणमूल कांग्रेस देश के अन्य हिस्सों में विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों असम और त्रिपुरा में अपना संगठन फैलाने की कोशिश कर रही है, तो देव के तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से इन क्षेत्रों में पार्टी के आधार को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, वह असम के सिलचर से सांसद रही हैं और राजनीतिक पृष्ठभूमि वाली एक अच्छी नेता हैं। इससे तृणमूल कांग्रेस को काफी मदद मिलेगी। वह असम और त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस का चेहरा बन सकती हैं।