कोलकाता। प्रतिभा और संघर्ष से आप हर मुकाम हासिल कर सकते हो जिसके आप हकदार हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है सुशील खरबंदा की। उन्होंने अपनी प्रतिभा के बलबूते लोगों की दिलों में जगह बनाई है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी सुशील ने अपने करियर की शुरुआत कर कॉमेडी एकरिंग, करेक्टर कॉमेडी आदि के बेताज बादशाह बन चुके हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाजियाबाद से ग्रहण की। खरबंदा शुरू से ही कॉमेडी को दुनिया में काम करना चाहते थे।
सुशील स्कूली दिनों से ही इस क्षेत्र की ओर आकर्षित हो गए थे। यही वजह है कि स्कूल के किसी भी कार्यक्रम जैसे, वाद विवाद प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता आदि में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते थे। यही नहीं उस समय वे अपने स्कूल के शिक्षकों की मिमिक्री भी किया करते थे। इसी विधा से उन्हें काफी ख्याति मिली। यही वजह है कि अपने 20 साल के करियर में दुनियाभर में वे 15000 से अधिक शो कर चुके हैं।
सुशील भारत के पहले एंटरटेनर हैं, जो कॉमेडी, एंकरिंग, गेम्स होस्टिंग, मिमिक्री, कैरेक्टर कॉमेडियन एक साथ कर सकते हैं। लोग उनके गुत्थी के किरदार को प्यार करते हैं। इसके अलावा डॉ. मशहूर गुलाटी, अमिताभ बच्चन, जॉनी वॉकर, संजय दत्त, देवानंद के किरदार, जिसमें लोग उन्हें मूल फिल्म स्टार के रूप में देखते हैं और उसी तरह व्यवहार करते हैं। उनकी यही खूबी उन्हें बाकी सभी कॉमेडियन से अलग बनाती है। इंफेक्ट वो भारत के इकलौते कैरेक्टर कॉमेडियन हैं, जो इतने सारे फिल्म स्टार कैरेक्टर करते हैं।
सुशील कहते हैं, सबसे पहले, मेरी प्रतिभा की पहचान दिल्ली के पूर्व मेयर और एयरपोर्ट मोटल के एमडी अशोक कुमार जैन ने की। जिन्होंने मुझे अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच प्रदान किया। हमेशा मुझे उनका सहयोग और सहायता मिली। लघु फिल्म निर्देशक वरुण मेहता ने भी मुझे अपना कौशल सुधारने के लिए एक अच्छा समर्थन और दिशानिर्देश दिए। आज मैं जो कुछ भी हूं इसमें उनका बहुत योगदान है।