कोलकाता । पश्चिम बंगाल के स्थाई राज्यपाल के तौर पर डॉ सीवी आनंद बोस की नवंबर में नियुक्ति के बाद बुधवार को पहली बार भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की है। राजभवन के बुलावे पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजेदार और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी अपराह्न के समय राजभवन पहुंचे। यहां राज्यपाल के साथ दोनों ने करीब 20 मिनट तक बैठक की है। वहां से बाहर निकले मजूमदार ने बताया कि पश्चिम बंगाल में आवास योजना से लेकर हर तरह की केंद्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार, प्रशासन का भेदभाव पूर्ण रवैया, राज्य भर में बम बरामदगी की घटनाएं राज्यपाल को भली-भांति पता है। गवर्नर के पास राज्य के हर हिस्से में होने वाली घटनाओं का रिकॉर्ड है।
हमने अपने स्तर पर भी उन तमाम पहलुओं को उजागर किया है जो राज्यपाल के संज्ञान में लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कानून व्यवस्था से लेकर नियुक्ति भ्रष्टाचार, केंद्रीय योजनाओं में धांधली और पंचायत चुनाव से पहले राज्य भर में बनाए जा रहे हिंसक माहौल के बारे में हम लोगों ने भी राज्यपाल को बताई है। कूचबिहार में आलू के खेत में बम बरामदगी की की घटना का जिक्र भी सुकांत ने किया और कहा कि इस बारे में भी राज्यपाल जानते हैं।
उल्लेखनीय है कि नवनियुक्त राज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी नहीं गए थे जिसके बाद यह लगने लगा था कि राजभवन के साथ अब प्रदेश भाजपा का तालमेल बेहतर रहने वाला नहीं है। आज भी जब दोनों से इस बारे में सवाल पूछा गया कि क्या वे राज्यपाल की भूमिका से संतुष्ट हैं तो शुभेंदु और सुकांत दोनों ही इस सवाल को टाल गए। मजूमदार ने यह भी कहा कि आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा आधिकारिक तौर पर हाईकोर्ट में याचिका लगाएगी।