कोलकाता। इटली में आयोजित पांचवीं विश्व शतरंजबॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय चेसबॉक्सिंग टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। शतरंजबॉक्सिंग एक अनोखा और दिलचस्प खेल है जो शतरंज की बौद्धिक चुनौती को मुक्केबाजी की भौतिक मांगों के साथ जोड़ता है। यह खेल शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी फिट रहने के लिए प्रेरित करता है।
5वीं विश्व शतरंजबॉक्सिंग चैंपियनशिप 28 अक्टूबर से 2 नवंबर 2023 तक रिकसिओन, इटली में आयोजित की गई थी। चेसबॉक्सिंग के इतिहास में यह भव्य चैंपियनशिप उल्लेखनीय है इसलिए है कि विश्व में चेसबॉक्सिंग के 20 साल पूरे होने का जश्न मनाया गया। भारतीय शतरंजमुक्केबाजी संगठन के संस्थापक और अध्यक्ष मोंटू दास के नेतृत्व में टीम इंडिया ने इस मेगा आयोजन में भाग लिया। प्रेरित टीम ने विभिन्न चेसबॉक्सिंग स्पर्धाओं में 2 स्वर्ण, 4 रजत और 6 कांस्य पदक जीते।
सेंचुरी प्लाईबोर्ड्स इंडिया लिमिटेड के कर्मचारी और प्रायोजित आशुतोष कुमार झा ने सीनियर पुरुष -95 किलोग्राम वर्ग में दो कांस्य पदक जीते। भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज की छात्रा और प्रायोजित खुशी लाकड़ा ने सीनियर महिला -70 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता।किंग्शुक साहा ने सीनियर पुरुष -60 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता।नोंगशा सिंह ने सीनियर पुरुष -75 किग्रा वर्ग में एक रजत और एक कांस्य पदक जीता।
एमएस प्रतिभा थक्कड़पल्ली ने सीनियर महिला -48 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। स्नेहा संजय वायकर ने सीनियर महिला -55 किग्रा वर्ग में दो रजत और एक स्वर्ण पदक जीता, माधवी रामचन्द्र गोनबारे ने सीनियर महिला -50 किग्रा वर्ग में दो रजत पदक जीते। पिछले लगातार वर्षों में भारत ने समग्र रूप से सभी चैंपियन ट्रॉफी जीतता आ रहा और भी मजबूत वापसी की उम्मीद रही है। यह जानकारी डॉ. वसुंधरा मिश्र ने दी है।