अर्विना गहलोत की कहानी : सरप्राईज

।।सरप्राइज।।
अर्विना गहलोत

स्टेज पर प्रोफेसर अनमोल ने रेनू को जब गोल्ड मेडल पहनाया रेनू के लिए यह खुशी का पल था।
रेनू ने अपनी सफलता का श्रेय प्रोफेसर अनमोल और प्रोफेसर अंबिका को दिया। ये मेरे गुरु भी है और गार्जियन भी है।

यह दृश्य देखकर हाल में बैठी प्रोफेसर अंबिका की आँखो में खुशी के आँसू तैर रहे थे।
भाई आपके यूं अचानक दुनियां से चले जाने के बाद आपकी…… अमानत को बहुत ही नाजों से पाला है। अनमोल मुझसे शादी करने के इच्छुक थे मैं ही हाँ ना कर सकी।
लेकिन इसके बावजूद हमेशा हमारा एक अच्छे दोस्त की तरह साथ दिया।

प्रोफेसर अनमोल और रेनू साथ साथ स्टेज से उतर कर जहाँ अंबिका बैठी वहां पहुंच गए।
अंबिका! बहुत-बहुत ‌बधाई हो
अनमोल आपको भी बेटी की सफलता की ढ़ेर सारी बधाई
अनमोल अंकल……..आप से मुझे कुछ कहना है। आज शाम मैंने दोस्तों को दावत पर बुलाया है। आप दोनों को भी उसमें शरीक होना है, कोई बहाना नहीं चलेगा।

शाम को होटल में मधुर संगीत बज रहा था रेनू के सभी दोस्त लगभग पहुंच चुके थे। अनमोल और अंबिका का इंतजार हो रह था।
अंबिका और अनमोल के आते ही रेनू ने पुष्प गुच्छ से स्वागत किया और स्टेज पर पर बैठा दिया।
रेनू ये सब क्या हो रहा है?
प्लीज़……अंकल आप बैठिए
अनमोल!……..दाल में कुछ काला है?
अंबिका!……मुझे पूरी दाल ही काली दिखाई दे रही है!

रेनू ने माइक पर कहना शुरू किया अनमोल अंकल मैं अपनी प्यारी अंबिका बुआ के लिए आपका हाथ मांगती हूँ।
क्या आपको यह प्रस्ताव मंजूर है?
अनमोल ने हाँ में सिर हिलाया
स्टेज पर बैठे अनमोल और अंबिका के ऊपर पुष्प वर्षा होने लगी।
रेनू के इस सरप्राइज से अंबिका का चेहरा सुर्ख गुलाब की तरह लाल हो गया।
बहार बन कर ज़िन्दगी में आई इस शाम में अनमोल के चेहरे की मुस्कराहट उसके दिल का हाल बयां कर रही थी।

अर्विना गहलोत

अर्विना गहलोत
एन टी पी सी मेजा
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
ashisharpit01@gmail.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eight + ten =