कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मधुर संबंधों की वजह से प्रदेश भाजपा के निशाने पर रहे नवनियुक्त राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस से बालूरघाट से सांसद सुकांत मजूमदार ने मुलाकात की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मजूमदार ने उनसे करीब दो घंटे तक बैठक की जिसके बाद बाहर निकल कर उन्होंने राज्यपाल की सराहना की है। मजूमदार ने कहा कि हर किसी के काम करने का अपना एक तरीका होता है। शनिवार को राजभवन के सामने खड़े होकर मीडिया से मुखातिब मजूमदार ने कहा कि लोकायुक्त नियुक्ति को लेकर राज्यपाल की भूमिका सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राज्य के कई मुद्दों को लेकर राज्यपाल से बातचीत हुई है। कई मुद्दों पर राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि सबसे ऊपर संविधान है और उससे ऊपर कुछ नहीं। उसी के मुताबिक काम होगा।
लोकायुक्त नियुक्ति के लिए लाया जाएगा ऑर्डिनेंस – उन्होंने कहा कि इसके पहले अस्थाई राज्यपाल के तौर पर नियुक्त हुए ला गणेशन के समय लोकायुक्त नियुक्ति को कहा गया था लेकिन नियमानुसार यह कार्य नहीं हुआ। अब नए राज्यपाल डॉक्टर बोस ने आश्वस्त किया है कि विधानसभा में इसके लिए ऑर्डिनेंस जारी किया जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्यपाल ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बातें कही है। इसके अलावा राज्य में हिंसा की घटनाओं को लेकर भी राज्यपाल से मजूमदार ने शिकायत की है।
दरअसल पूर्व राज्यपाल और वर्तमान में देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ लगातार भाजपा के पक्ष में और ममता सरकार के खिलाफ मुखर रहते थे। लेकिन वर्तमान राज्यपाल ऐसे नहीं हैं। उनका ममता के साथ बेहद मधुर संबंध है जिसे लेकर भाजपा लगातार सवाल खड़ा कर रही है। दो दिन पहले ही विधानसभा के बजट सत्र के शुरुआत वाले दिन राज्यपाल गद्दी छोड़ो का स्लोगन भाजपा विधायकों ने दिया था।
उसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश भाजपा को चेतावनी दी थी। इसके बाद सुकांत ने शनिवार को मुलाकात की है। मजूमदार ने यह भी दावा किया कि राज्यपाल ने लोकायुक्त नियुक्ति को असंवैधानिक करार दिया है और इस बारे में राज्य सरकार को भी बताया है। उन्होंने कहा, “आने वाले दो-एक दिनों में और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा।”