Kolkata Desk : कला भी ईश्वर की देन होती है और मेहनत करके इस कला को अगर निखारा जाए तो क्या कहने! इसी को चरितार्थ कर रही है कम उम्र की प्राची। इसने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के साथ अद्धभुत एवं आकर्षक कलाकृतियां बनाकर अपने हुनर के जलवे अपने जिले समेत आसपास के जिलों में भी बिखेर रही है। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले के तिरोड़ा निवासी संजय शर्मा और पूनम शर्मा की बेटी है प्राची, जिसकी उम्र मात्र 18 वर्ष है परंतु अपने चित्रकारी कला का हुनर ऐसे प्रस्तुत कर रही है मानो कोई वरिष्ठ कलाकार हो।
प्राची ने बचपन से ही अपनी चित्रकारी कला का अभ्यास इतने अच्छे ढंग से किया है कि आज उसकी बनाई हुई पेंटिंग्स को देखकर लोग दंग रह जाते हैं। प्राची ने अपनी बनाई हुई वॉल पेंटिंग्स, पोस्टर पेंटिंग्स, बंबू पेंटिंग्स, कुलो पेंटिंग्स आदि अनेकों प्रकार की पेंटिंग्स द्वारा अपने हुनर के जलवे बिखेर रही है।
प्राची ने बताया कि उसकी मम्मी को पेंटिंग्स और हस्तकला में रुचि थी अतः कह सकते हैं कि यह कला उन्हें भी विरासत में मिली है। उन्हें बचपन से ही इन कलाओं के प्रति आकर्षण रहा है। बचपन में प्राची इन कलाओं से ही खेला करती थी जो कि उम्र के साथ-साथ शौक और फिर हुनर में बदल गए।
अपनी पेंटिंग्स की विशेषताओं पर प्राची ने बताया कि ग्रामीण तथा दुर्गम क्षेत्र की महिलाओं के जीवन पर आधारित पेंटिंग्स और मॉडर्न आर्ट उन्होंने अधिक बनाई है। साथ ही बंबू पेंटिंग्स में सुप पर बनाई पेंटिंग्स की मांग शादी या पार्टी में अधिक होती है। प्राची ने ये भी बताया कि पेंटिंग का बेसिक नॉलेज तो उन्होंने रेनबो क्लासेस से पाया परन्तु माता-पिता दोनों का प्रोत्साहन ही उन्हें यहां तक लाया है।
बहुत ही खुबसूरत ।