नयी दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को यहां अंतरिम पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की। गहलोत के 17 अक्टूबर को होने वाले अगले कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए चुनाव लड़ने की सबसे अधिक संभावना है। करीब दो घंटे तक चली बैठक में सूत्रों ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष होंगे और वह किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगी।
सूत्रों ने कहा कि गहलोत के राष्ट्रीय राजनीति में शामिल होने की स्थिति में राजस्थान के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर अभी तक उनकी कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है।गहलोत अगले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं, हालांकि, वह कथित तौर पर राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए अनिच्छुक हैं।
राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे गहलोत ने बैठक से पहले मीडिया से कहा था कि वह किसी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, “मैं किसी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा और संकट की इस घड़ी में जहां भी मेरी आवश्यकता होगी, पार्टी की सेवा करूंगा।”
हालांकि गहलोत ने यह भी कहा कि पार्टी चाहती है कि राहुल गांधी अगले कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालें। गहलोत ने यह भी संकेत दिया कि वह राजस्थान के पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री दोनों के पदों का प्रबंधन एक साथ कर सकते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी पद के इच्छुक नहीं हैं, बल्कि ‘फासीवादी’ भाजपा सरकार को हटाने की दिशा में काम करना चाहते हैं।
इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने से पहले प्रतिनिधियों की सूची देखने के लिए यहां एआईसीसी कार्यालय पहुंचे, क्योंकि उनके अगले सप्ताह शीर्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने की उम्मीद है।