इस्लामाबाद। International news : फ्रांस में पिछले साल पैगंबर के चित्र प्रकाशित करने के मुद्दे के खिलाफ कट्टरपंथी इस्लामवादी समूह के कार्यकर्ता हिंसक विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं, इस आशंका के साथ पाकिस्तान में शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर रोक लगा दी गई है। डीपीए समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के विवादास्पद ईशनिंदा कानूनों का समर्थन करने वाला समूह तहरीक-ए-लब्बैक के समर्थकों ने शुरू हुए घातक विरोध प्रदर्शनों के बीच सड़कों पर जाम लगा दिया।
उनकी मांग है कि पिछले साल नबी के चित्रण वाले कार्टून के प्रकाशन के मुद्दे पर 20 अप्रैल तक फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने के सरकार पहले किए गए अपने वादे को पूरा करे। देश में हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों में दो पुलिस अधिकारियों सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है।
हिंसा के माहौल को देखते हुए इस्लामाबाद में फ्रांसीसी दूतावास से कहा गया है कि वह फ्रांस के नागरिकों से अस्थायी रूप से पाकिस्तान छोड़ने की अपील करें। एक अधिकारी ने डीपीए को बताया, सोशल मीडिया को कुछ घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया गया है ताकि प्रदर्शनकारी जुम्मे की नमाज के वक्त कोई हंगामा खड़ा न कर सके।
राजधानी इस्लामाबाद सहित पूरे देश में फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टिकटॉक की सेवाएं ब्लॉक हैं। दरअसल, राजनीतिक दल, इस्लामी समूह और तालिबान जैसे आतंकवादी संगठन अपने अनुयायियों के साथ जुड़ने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मो पर बहुत अधिक भरोसा करते हैं।